देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल केदारनाथ धाम की प्रसिद्धि 5वें ज्योतिर्लिंग के रूप में है। यहां स्थित शिवलिंग को स्वयंभू माना जाता है। महाभारत काल में बने इस मंदिर का जीर्णोद्धार आठवीं शताब्दी में आदिगुरु शंकराचार्य ने कराया था। वहीं बद्रीनाथ मंदिर को आदिकाल से स्थापित और सतय़ुग का पावन धाम माना गया है। बड़ी बात यह है कि बद्रीनाथ के दर्शन से पहले केदारनाथ के दर्शन की बात कही जाती है। ऐसी मान्यता है कि स्वयं भगवान विष्णु ने कहा है कि कलियुग में वे अपने भक्तों को बद्रीनाथ में मिलेंगे।
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